Wednesday 9 July 2008

मराठी लोकांची हिंदी

पहलि बार पोहने गया तो क्या हुआ मालुम?
पहिले पानी मे शिरा, फिर पोहा और बाद मे बुडा!!

घाई करो भैया नही तो बस जायेगी, और हमारी पंचाईत होयेगी!!

सरबत मे लिंबु पिळा क्या!!

इतना महाग कैसे रे तेरे यहा, वो कोपरेका भैया तो स्वस्त देता है!!

कंदा काट के, चिर के मस्त ओम्लेट बनाने का और उपर से थोडा कोथिंबिर भुरभुरानेका!!

अरे बाबा गाडी सावली मे लगा!!

ए भाय, मेदुवडा शेपरेट ला, साम्बार मे बूडा के मत लाना!!

केस एकदम बारीक कापो भैया!!

खाओ पोटभर खाओ लाजो मत!!

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